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दुख का समा मुझे घेर लेता है,

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  वो बात क्या करें जिसकी कोई खबर ना हो, वो दुआ क्या करें जिसका कोई असर ना हो, कैसे कह दे कि लग जाय हमारी उमर आपको, क्या पता अगले पल हमारी उमर ना हो. काश एक दिन ऐसा भी आए; वक़्त का पल पल थम जाए; सामने बस तुम ही रहो; और उमर गुज़र जाए. दुख का समा मुझे घेर लेता है, जब तेरी याद में ये पल भर के लिए होता है, ना जाने कब वो दिन आएगा, जब हर पल इस ज़िन्दगी का तेरे साथ गुजर जाएगा. मोहब्बत मुकद्दर है कोई ख़्वाब नही, ये वो अदा है जिसमें हर कोई कामयाब नही, जिन्हें मिलती मंज़िल उंगलियों पे वो खुश है, मगर जो पागल हुए उनका कोई हिसाब नही. जान से ज्यादा प्यार उन्हें किया करते थे; याद उन्हें दिन रात किया करते थे; अब उन राहों से गुज़रा नहीं जाता; जहाँ बैठकर उनका इंतजार किया करते थे. दर्द को दर्द अब होने लगा है, दर्द अपने गम पे खुद रोने लगा है, अब हमें दर्द से दर्द नही लगेगा, क्योंकि दर्द हमको छू कर खुद सोने लगा है. सामने मंजिल तो रास्ते ना मोड़ना, जो मन मे हो वो ख़्वाब ना तोड़ना, हर कदम पर मिलेगी सफ़लता, बस आसमान छूने के लिए जमीन ना छोड़ना. आती है तेरी याद अंधेरे की तरह, उदास करती है मुझे गम की तरह, मुझ...

sad shayari

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  ♥ और .उसकी. हुई हर गलती .हर गुनाह. याद दिला .कर उसे डरा रहता है तो निया में दुनिया में सबसे ज्यादा .खुद से. डरता है. और यही एक .वजह है कि. इंसान दुनिया .में अकेले तो आता है पर. जीने के .लिए एक साथी की .तलाश में रहता है ऐसा साथी तू हमेशा उसका ♥ .निभाए  sad shayari, ♥ akelapan ek aisi bimaari hai jo na jine deti hai na marne deti dil sochata hai ki koi to aaye aur chupke se aakar chauka kar dur kar de is akelepan ko phir dil karata hai kuchh vakt akele bitaane ke insaan jab bhi akela hota hai vah khud ke saath hota hai  ♥ ♥ ना चाहत .के अंदाज़ अलग, ना दिल के जज़्बात अलग,थी सारी. बात  . लकीरों की, तेरे हाथ अलग, मेरे हाथ अलग।  s ad shayari, ♥ दिल  . के  . दर्द को  . दिल में ही दबा के  . रखा है दिल के दर्द को दिल में ही दबा के रखा है आघर बयां  . कर .देते तो सजा पाओगे ♥  sad shayari, dil ke dard ko dil mein hi daba ke rakha hai Aaghar bayan kar dete to saja paoge  ♥ जरा .सोच. समझ कर रखना .इश्क अच्छे-अच्छे को .यहां .बेवफा पाओगे Jara ...

Ab Na Kholo Mere Ghar Ke Udaas

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  हर तन्हा रात में एक नाम याद आता है, कभी सुबह कभी शाम याद आता है, जब सोचते हैं कर लें दोबारा मोहब्बत, फिर पहली मोहब्बत का अंजाम याद आता है। Har Tanha Raat Mein Ek Naam Yaad Aata Hai, Kabhi Subhah To Kabhi Shaam Yaad Aata Hai, Jab Sochte Hain Kar Lein Dobara Mohabbat, Fir Pehli Mohabbat Ka Anzaam Yaad Aata Hai. वो तेरे खत तेरी तस्वीर और सूखे फूल, बहुत  उदास  करती हैं मुझको निशानियाँ तेरी। Wo Tere Khat Teri Tasvir Aur Sookhe Phool, Bahut Udaas Karti Hain Mujhko Nishaniyan Teri. अब न खोलो मेरे घर के  उदास  दरवाज़े, हवा का शोर मेरी उलझनें बढ़ा देता है। Ab Na Kholo Mere Ghar Ke Udaas Darwaze, Hawa Ka Shor Meri Uljhanein Bada Deta Hai. चल मेरे हमनशीं अब कहीं और चल, इस चमन में अब अपना गुजारा नहीं, बात होती गुलों तक तो सह लेते हम, अब काँटों पे भी हक हमारा नहीं। Chal Mere Hum-Nashin Ab Kahin Aur Chal, Iss Chaman Mein Ab Apna Gujaara Nahi, Baat Hoti Gulon Tak To Seh Lete Hum, Ab To Kaanton Pe Bhi Haq Humara Nahi. एक ये ख्वाहिश के कोई ज़ख्म न देखे दिल का, एक ये हसरत कि कोई द...

दिल से मिले दिल तो सजा देते हैं लोग

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  उस बेवफा ने मेरा दिल शीशे की तरह तोड़ दिया, इसलिए हमने अपनी ज़िन्दगी का रास्ता ही मोड़ लिया, बस मोहब्बत की बात ही मत करना, क्योंकि अब हमने मोहब्बत करना ही छोड़ दिया। क्या अजीब था उनका मुझे छोड़ के जाना, सुना कुछ नहीं और कहा भी कुछ नहीं, कुछ इस तरह बर्बाद हुए उनकी मोहब्बत में, लुटा भी कुछ नहीं और बचा भी कुछ नहीं। मैं ख़ामोशी हूँ तेरे मन की, तू अनकहा अलफ़ाज़ मेरा, मैं एक उलझा लम्हा हूँ, तू रूठा हुआ हालात मेरा।     इश्क करना तो लगता है जैसे, मौत से भी बड़ी एक सजा है, क्या किसी से शिकायत करें हम, जब अपनी तकदीर ही बेवफा है। दिल से रोये मगर होंठो से मुस्कुरा बैठे, यूँ ही हम किसी से वफ़ा निभा बैठे, वो हमे एक लम्हा न दे पाए प्यार का, और हम उनके लिये जिंदगी लुटा बैठे। मुझे तुझसे कोई शिकवा या शिकायत नहीं, शायद मेरे नसीब में तेरी चाहत नहीं है, मेरी तकदीर लिखकर खुदा भी मुकर गया, मैंने पूछा तो बोला ये मेरी लिखावट नहीं है। जब भी उनकी गली से गुज़रते हैं, मेरी आँखें एक दस्तक दे देती हैं, दुःख ये नहीं वो दरवाजा बंद कर देते हैं, ख़ुशी ये है कि वो मुझे पहचान लेते हैं। तुम्हें ग़ैरों से कब...

Har Ek Manzar Par Udasi Chayi Hai

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  Har Ek Manzar Par Udasi Chayi Hai, Chand Ki Roshni Me Bhi Kami Aayi Hai, Akele Acche The Hum Apne Aashiyane Me,? Jaane Kyu Toot Kar Aaj Fir Aapki Yaad Aayi Hai. ? Mere Dil Ke Har Kone Se Bas Ek Hi Sada Aati Hai, Is Dil Ko Hamesha Teri Bewafai Yaad Aati Hai, Mera Dil Bhi Mujhse Bas Yahi Bar Bar Puchta Hai, Mai Itna Padapta Hu Uske Liye, Kya Use Bhi Meri Yaad Aati Hai। Mana Ke Tumko Pyaar Nahi, Nafrat Hi Jataane Aa Jaao, Sadiyon Se Jaagi Aankhon Ko, Ek Baar Sulane Aa Jaao, Jis Mod Pe Humko Chhod Gaye, Hum Baithe Ab Tak Soch Rahe, Kya Bhool Huyi Kyun Juda Huye, Bas Yeh Samjhane Aa Jaao. Koi Achha Lage Toh Unse Pyaar Mat Karna, Unke Liye Apni Neendein Bekar Mat Karna, Do Din Toh Aayenge Khushi Se Milne, Teesre Din Kahenge Intezaar Mat Karna. Bahut Khamoshi Se Gujri Ja Rahi Hai Zindgi, Na Khushion Ki Raunak Na Gamo Ka Koi Shor, Aahista Hi Sahi Par Kat Jayega Yeh Safar, Na Aayega Dil Mein Uske Siwa Koi Aur. Nafratein Lakh Mili Par Mohabbat Na Mili, Zindagi Beet Gayi Magar Rahat Na Mili...

Sharab pilena

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  पीना चाहते थे हम सिर्फ एक जाम मगर पीते पीते शाम से सवेयर हो गयी बहके बहके कदम धीरे धीरे चले इसलिए आने में ज़ारा सी देर हो गयी Raat Chup Chaap Hai Pr Chaand Khamosh Nhi Kaise Keh Dun Ki Aaj Phir Hosh Nhi Aise Duba Hun Mein Tumhari Aankhon Mein Haath Me Jaam Hai Jaam Hai Par Pine Shuak Nahi नशा ज़रूरी है ज़िन्दगी क लिए पर सिर्फ शराब ही नहीं बे खुदी क लिए किसी की मस्त आँखों में डूब जा सकी बड़ा हसीं समुन्दर है खुद कुशी क लिए Dard Bhari Sharabi Shayari In Hindi Tera Gum Samjh Sakta Hun Mein Bhi Jinda Tha Ek Din Us Din Mar Gya Sharab Band Huwi Jis Din Na Shulajh Sake Paheli Aisa Hai Tum Me Uar Sharab Mei Rishta Kaisa Hai Na Aaj Hush Mein Hun Na Pehle Tha Tum Dono Mein Nasha Ye Ek Jaisa Hai Sharab Pila Kar Mujhe Be-Din Na Kar Saakhi Madhosh Karna Hai To Mahfil Mein Zikr Yaar Karde Mein Itna Gafil Nahi Ke Apne Chane Walo Ko Bhul Jaun Pita Zarur Hun Lekin Kuch Der Gum Bhulane Ke Liye ज़िन्दगी है जीने की लिए तो जिया क्यों ना जाए उसकी बेवफाई ने दिया मौका तो पिया क्यों ना जाए Peete The Sharab Hum...

Sharabi shayari

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  Na Karo Sawaal Tum Is Botal Se Saheb Ye To Sabko Ke Gamu Ko Door Karti Hai Sabhi Pite Hai Isko Shauk Se Yahan Par Ye Kahan Kisi Ko Majbor Karti Hai Yaaron Ki Mehfil Aise Jamai Jaati Hai Kholne Se Pahle Botal Hilaayi Jaati Hai Phir Tute Dil Walo Ko Awaaz Lagayi Jaati Hai K Aao Yahan Dard-E-Dil Ki Dawa Pilayi Jati Hai मेरी कबर पे मत गुलाब लेके आना न ही हाथों में चिराग लेके आना प्यासा हूँ मैं बरसो से जानम बोतल शराब की और एक गिलास लेके आना Nasha Hum Kiya Karte Hai Ilzaam Sharab Ko Diya Karte Hai Kasoor Sharab Ka Nahi Unka Hai Jinka Cahera Hum Jaam Mein Talaash Liya Karte Hai शराबी नाम न दो मुझको मैं तो कभी-कभी पीता हूँ पहली बार आया हूँ मयकदे में रोज़ तो घर ही पर पीता हूँ.   Kab Tak Purana Sharab Pilayega Kab Tak Wahi Prem Katha Sunayega Dil Ka Tutna Khatam Nahi Huwa Kal Phir Koi Aur Naya Aayega ऐ साकी हमारा एहसान है क तेरे पास चले आते हैं पीने जाम वरना हमरे मेहब00ब की ऑंखें किसी मैखाने से कम नही Lee Hai Sharabhar Har Gali Har Dukaan Se Ek Dosti Si Hu Gayi Ha Sharab Ke Jaam S...